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Sunday, January 5, 2020

 गुलदाउदी
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जाड़ों की रानी पौधा
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जाड़ों की रानी गुलदाउदी का ही एक नाम है। एक सजावटी फूलों का पौधा है जिसके सर्द ऋतु में भारी मात्रा में फूल खिलते हैं। ये फूल लाल, पीला, सफेद आदि कई रंगों के होते हैं। फूलों से सर्दियां में महकने लग जाती हैं। इस पौधे को वैज्ञानिक भाषा में क्राइसेंथिमम इंडीकाम नाम से जाना जाता है। क्राइसेंथिमम का शाब्दिक अर्थ है सोने जैसे फूलों वाला। इसके फूल सुनहरी होते हैं इसलिए ऐसा नाम दिया गया है। बेंथम एवं हूकर ने द्विनाम पद्धति बनाई थी जिसमें इस पौधे का नाम क्राइसेंथिमम रखा और यह द्विबीजपत्री पौधा होता हैं।
 गुलदाउदी शरद ऋतु में फूलने वाला पौधा है जो शाक के रूप में पाया जाता है। चीन देश से इसकी उत्पत्ति मानी जाती है। जहां से विभिन्न देशों में पहुंचा। इसके फूलों में कीटनाशक पदार्थ मिलने के कारण इसका प्रसार बहुत तेजी से हुआ है। बागों /उपवन में बहुत अधिक संख्या में इसके पौधे नजर आते हैं और सर्दियों में भारी संख्या में बड़े-बड़े फूलों वाले पौधे दिखाई पड़ते हैं।
 इसका तना कोमल होता है और रोएदार होता है। गुलदाउदी को सर्दी में फूलने के कारण जाड़े की रानी भी कहा जाता है। अमेरिका में से ग्लोरी ऑफ ईस्ट नाम से जाना जाता है। इसकी भारत में व्यवसायिक रूप के लिए खेती की जाती है।
यह गर्मी और सर्दी हर मौसम में हरा भरा मिलता है। इसको बीज एवं कायिक वर्धन द्वारा तैयार किया जा सकता है। इसकी करीब 30 किस्में किस्में पाई जाती हैं। गुलदाउदी सामान्यत: छोटे दिन वाला पौधा है। यदि दिन की अवधि बढ़ जाए तो फूलों का विकास बंद हो जाता है। यह गमलों में प्राय देखने को मिल सकता है। प्राय: फूलों का गुच्छा इस पौधे पर देखने को मिल सकता है जिसके कारण इसकी टहनियां धरती पर झुक जाती हैं।
 यह पौधा सजावटी पौधों में एक है। माला बनाकर प्रयोग में लाया जाता है। घरों में सजावट के काम आता है। पीले और सफेद फूलों वाले गुलदाउदी के फूलों को उबालकर चाय के रूप में प्रयोग किया जाता है जिसे गुलदाउदी चाय कहते हैं। इसके पत्ते चीन जैसे देश में भोजन के रूप में प्रयोग करते हैं तथा फूलों को भी विभिन्न खाद्य पदार्थों में प्रयोग करते हैं। गुलदाउदी कीटनाशी पौधा है। इसके फूलों में एक ऐसा पदार्थ पाया जाता है जो कीटों को मार डालता है। मछलियां इससे मर जाती हैं। जबकि स्तनधारी और पक्षियों पर इसका कम प्रभाव पड़ता है। गुलदाउदी का पौधा घर में प्रदूषण को रोकता है इसलिए इसे घरों में लगाया जाए तो शुद्ध हवा उपलब्ध हो सकती हैं।

गुलदाउदी फूल की मुख्य माला बनाई जाती है। गुलदस्ते सजाने के लिए भी प्रयोग किया जाता है। जापान में इसे राजशाही का प्रतीक माना जाता है। कुछ प्रजाति के गुलदाउदी के फूलों की चाय जहां शरीर में ऊर्जा प्रदान करती है, वही स्फूर्ति प्रदान करके शारीरिक रोगों से बचाव करती है। ऐसे में घर प्रांगण में लगा दिया जाए तो कीटों को घर में प्रवेश करने से रोकता है। इसलिए घरों में इसका लगाना बेहतर माना जाता है। गुलदाउदी के यदि फूलों की माला घर के अंदर लगा दी जाए तो कीट नहीं आएंगे।










**होशियार सिंह, लेखक, कनीना, जिला महेंद्रगढ़, हरियाणा**

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