गरबूंदा(इंद्रायण)
(सिट्रूलस कोलोसाइंथिस)
रेतीली भूमि पर पैदा हो
तरबूज, मतीरा जैसा फल
इंद्रायण, कड़वा खीरा भी
नाम इसी के सीधे सरल,
एशिया की उपज बेहतर
जड़, बीज, फल उपयोगी
प्रोटीन, फैट से भरे हुए हैं
रोग दूर हो खाए गर रोगी,
बेल जाति का पौधा होता
वटामिन व लवण मिलते
गर्मी को सहन कर सकता
इस पर पीले फूल खिलते,
फल होता है अति कड़वा
पशुओं के पेट रोग दूर करे
जन के पेट में अगर दर्द हो
इसकी फांकी लेने से न डरे,
अनेक औषधियां इससे बने
सांप,बिच्छू काटे में उपयोगी
बदहजमी को दूर करता यह
उपयोगी है अगर खाए रोगी,
अमाशय में हाता जब कैंसर
या फिर ब्रेस्ट कैंसर का रोग
शुगर मरीज के लिए औषधी
ल्युकिमिया में करते उपभोग,
महिलाओं में बिगड़ माहवारी
या फिर पेट में हो गैस बीमारी
मूत्र नली को रखता यह साफ
कट जाए रोग यह दुआ हमारी,
गर्भवती को नहीं लेना चाहिए
बच्चे और कमजोर भी न लेना
जंगल में यह खूब मिलता था
मिले कहीं तो रोगी को दे देना।।
*******होशियार सिंह, लेखक, कनीना***
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