नीलगाय
नीलगाय, नीलघोड़, नीलगऊ
बोसेलाफस बस इसी के नाम
किसानों का सिरदर्द बन गया
कर दे खड़ी फसल को तमाम,
नर के सिंग बड़े तीखे होते हैं
मादा के नहीं कभी सिंग मिले
243 दिन में जन्म दे शिशु को
जब कभी नर और मादा मिले,
घास, पत्ते, फल और फूल खा
दिन को सक्रिय रात भर सोता
भारत का प्रमुख एंटीलोप यह
21 वर्षों तक जी जीवन खोता,
एक लाख संख्या अकेले भारत
कीकर कहलाता इसका आहार
तेज धावक निडर अति कहाए
भयंकर लड़ाई लडऩे को तैयार,
जहां भी ठहरते वहीं ये ठहरते
अपनी एक ग्रंथी से सेंट छिड़के
फसल पर मौका पा बोले धावा
जब कभी छेड़ते तेजी से भड़के,
रात रखवाली किसान जाग जाग
धोखा दे जाए नीलगाय पा मौका
वन में अब रह गए ये ही प्राणी
जी भर खाओ फसल किसे रोका।
*******होशियार सिंह, लेखक,
कनीना**********
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