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Friday, February 28, 2020

पालक
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स्पाइनेशिया ओलेरेसिया
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पालक अमरन्थेसी कुल का शाक है जो बहु उपयोगी सब्जी है। इसकी जिसकी पत्तियाँ एवं तने शाक के रूप में खाये जाते हैं। पालक में खनिज लवण तथा विटामिन, आक्जेलिक अम्ल पाया जाता है। इसका मूल ईरान है। पुराने समय से पालक की जानकारी चीन में थी।
    भारत में पालक का बड़े पैमाने पर प्रयोग किया जाता है। पालक जिसे स्पिनच के नाम से जाना जाता है। यह सेवाय, सेमी सेवाय,साफ पत्तोंवाला पालक प्रमुख हैं। कुछ पालक के पत्ते सिकुड़े हुए और गाढ़े हरे रंग के तो एक घर में भी उगाया जा सकता है। इस पालक को पौष्टिक गुणों से भरपूर माना जाता है। एक ऐसा पालक भी है जिसकी पत्तियां चौड़ी होती हैं।
पालक शीतऋतु की फसल है तथा पाले को सहन कर सकता है। गर्मी में नष्ट हो जाता है। गर्मी में डंठल बन जाता है और बीज पैदा हो जाते हैं। यह हर प्रकार की मिट्टी में पैदा हो सकता है। अम्लता को यह अधिक सहन कर सकता है।
पालक के बीज की बुआई नवंबर तक चलती है। पहली कटाई एक माह बाद तथा बाद की कटाइयां प्रत्येक तीन सप्ताह बाद की जाती है। छिड़काव विधि से बुआई भी की जाती है। पालक की देशी पालक, बनारसी,कटवी पालक अधिक प्रयोग किया जाता है।
  भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में खूब उगाया जाता है। दिन बड़े होने पर डंठल पर फूल आते हैं और फूलों में हवा के द्वारा परागण होता है। पास पास बोई हुई दो प्रजातिया कभी शुद्ध पैदा नहीं होती। बीज को पकने में अधिक समय लगता है। जब बीज पक जाता है तब पौधों को काटकर तथा सुखाकर अन्न की तरह मंढाई कर लेते हैं।
 सर्दियों के मौसम में सबसे स्वास्थ्यवर्धक सब्जी मानी जाती है। पालक में जो गुण पाये जाते है वे अन्य सब्जियों में नहीं पाए जाते। पालक में लोह तत्व अधिक रहता है। इसलिए पालक खाने से खून के लाल कणों की संख्या बढ़ती है। पालक निश्चित तौर पर एक बेहतरीन सब्जी है जिसका सेवन शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है। पालक में कई प्रकार के पोषक तत्व मौजूद हैं जो कई प्रकार से सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इसके अलावा इसका प्रयोग औषधीय रूप में भी किया जाता है।

 पालक का सेवन वजन घटाने में मदद कर सकता है। इसमें कैलोरी की कम मात्रा का सेवन करें। पालक एक कम कैलोरी वाला खाद्य पदार्थ है। पालक कैंसर के लिए भी लाभकारी है। इसमें बीटा कैरोटीन और विटामिन-सी पाए जाते हैं जो कैंसर कोशिकाओं से सुरक्षा प्रदान कर सकते है। आंखों की समस्या से बचे रहने के लिए भी आपको पालक के फायदे लाभ पहुंचा सकते हैं।  विटामिन-ए और विटामिन-सी पाए जाते हैं जो मुख्य रूप से आंखों के रोगों से बचाते हैं।
   पालक में हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए कैल्शियम की मात्रा पाई जाती हैवहीं कैल्शियम की मात्रा पाई जाती और कैल्शियम तंत्रिका तंत्र के कार्य को सामान्य रूप से चलने में मदद कर सकता है।  विटामिन-के, ल्यूटिन, फोलेट और बीटा कैरोटीन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। ऐसे में यह याददाश्त शक्ति को मजबूत करने का काम कर सकता है। पालक हार्ट अटैक के खतरे से बचाता हैं। 
  पालक खाने के फायदे रक्तचाप से होने वाले जोखिम को कम कर सकता है। पालक में नाइट्रेट की मात्रा पाई जाती है। पालक में पेप्सिन पाया जाता है जो उच्च रक्तचाप को सुधारने में मदद कर सकता है। खून की कमी का सबसे ज्यादा खतरा गर्भावस्था के दौरान देखने को मिलता है। पालक में आयरन पाया जाता है जो एनिमिया से बचाता है।
पालक शरीर की जलन रोकता है, सूजन को कम कम करता है वहीं रोग प्रतिरोधक क्षमता
को बढ़ाता है। विटामिन-ई रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का काम कर सकता है जो पालक में मिलती है। पालक पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। इसमें आहारी रेशे पाए जाते हैं जो मुख्य रूप से पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है। पालक कैल्सीफिकेशन रोकता है, आयरन की पूर्ति करता है,दिन-भर काम करने के बाद अगर आपको थकावट महसूस होती है उसे पालक दूर करता है।   मांसपेशियों को आराम देता है वहीं
गर्भावस्था में मां को एक स्वस्थ आहार की आवश्यकता होती है। मां को फोलेट पोषक तत्व की आवश्यकता होती है जो पालक से मिल सकते हैं।

पालक शरीर की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए भी फायदेमंद साबित होता है। आंखों के नीचे मौजूद काले घेरे दूर करता है। पालक के रस को रुई की मदद से प्रभावित जगह पर लगाने से लाभ मिलता है। पालक,शहद,नींबू का रस बढ़ती उम्र को रोक सकता है। पालक व शहद के प्रयोग से चेहरे की त्वचा सुधर सकती है वहीं कील मुहासों में लाभकारी है। सूर्य से बचाता है।
   पालक बालों के विकास एवं वृद्धि के लिए, बालों के झडऩे, में भी उपयोगी है। 
  पालक में प्रोटीन,लिपिड, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम,, चीनी, रेशे,लोहा, फास्फोरस, सोडियम,, जस्त, मैग्रेशियम
विटामिन-सी, एस्कॉर्बिक एसिड, थायमिन,
राइबोफ्लेविन, नियासीन,फोलेट, विटामिन-बी,ए,
ई,,डी,के, अमल आदि पाए जाते हैं। पालक को सब्जी, दाल में, जूस के रूप में,परांठे,पनीर, सब्जी के रूप में, रायता, पकौड़ा,सलाद के रूप में सेवन किया जा सकता है।
 पालक उच्च रक्तचाप को घटाता है। इसमें उपयोगी विटामिन जैसे विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई और विटामिन के साथ-साथ महत्वपूर्ण खनिजों के साथ भरी हुई है।पालक पशुचारे के रूप में भी काम आता है। हरा उत्तम चारा है वहीं कमजोर पशुओं के लिए भी लाभकारी है। यह होटलों में भी जमकर प्रयोग होता है।
  पालक खाने के फायदे हैं वहीं नुकसान भी हैं। पालक का अधिक सेवन हृदय रोग का कारण बन सकता है,पेट फूलने, सूजन और पेट में ऐंठन की समस्या हो सकती है। पालक में बीटा-कैरोटीन से धूम्रपान करने वाले लोगों में कैंसर होने का खतरा बढ़ सकता है। पालक में पोटैशियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो उल्टी, डायरिया का कारण बन सकती है। धूम्रपान करने वाले, गर्भवती महिलाओं को अधिक पालक का सेवन करने से बचना चाहिए। पालक के पत्ते का सेवन शरीर को विषाक्त कर सकता है। यह गठिया बढ़ा सकता है।
पालक का सेवन करने से दांतों में किरकिराहट बढ़ जाती है। अत्यधिक सेवन एलर्जी भी पैदा कर सकते है।

**होशियार सिंह, लेखक,कनीना,हरियाणा**













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