Powered By Blogger

Thursday, February 20, 2020









चीकू
****************
***********************
************************
****************************

सैपोडिला, सपोटा, चीकू
*********************
****************************
***************************

चीकू का वानस्पतिक नाम मणिक्कारा झापोटा होता है जिसे सैपोडिला,सपोटा, चीकू आदि नामों से जाना जाता है। यह एक सदाबहार वृक्ष है जो ह
विभिन्न देशों में पाया जाता है। यह लंबा,गोल कई रूपों में मिलने वाला चीकू   
चीकू शीतल, पित्तनाशक, पौष्टिक, मीठे होते हैं। इसमें चीनी अधिक होती है। भोजन के बाद यदि चीकू लाभ प्रदान करता है।
 चीकू 30 मीटर तक बढ़ सकता है। यह पवन-रोधी है जिससे चिपचिपा लेटेक्स निकलता है। पत्ते कम हरे और चमकदार होते हैं जो अंडाकार अंडाकार लंबे होते हैं। इस पर सफेद फूल आते हैं। गोल एवं लंबे फल लगते हैं। फल रसीला होता है।जिसकेे अंदर पीला भूरा रंग होता है। फल में छह बीज तक हो सकते हैं। बीज कठोर, चमकदार और काले रंग के होते हैं। इसके बीज सेम से मिलते-जुलता होता है। फल में बहुत मीठा होता है। फल छूने में कठोर होता है। पेड़ केवल गर्म  वातावरण में जीवित रह सकता है। इसके वर्ष में दो बार फल देते हैं।
चीकू में कार्बोहाइड्रेट, आहारी रेशे, प्रोटीन, वसा,
रिबोफ्लेविन, नियासीन, अम्ल,विटामिन बी-6,विटामिन सी,फोलेट, कैल्शियम, लोहा, मैग्रेाियम,फास्फोरस, पोटैशियम, सोडियम,फास्फोरस, जस्त आदि पाए जाते हैं।

चीकू गर्मियों के मौसमी फलों में शामिल है तथा सेहत के लिए लाभकारी होता है।
प्रतिदिन की थकान और आंखों की समस्या चीकू से दूर की जा सकती है क्योंकि इसमें विटामिन, खनिज लवण और रेशे पाए जाते हैं  शरीर की बीमारियों से लड़ते हैं। इसमें विटामिन ए भरपूर मात्रा में पाई जाती है जो आंखों के लिए लाभकारी होती है। इसमें ग्लूकोज पाया जाता है जो शरीर को तुरंत ऊर्जा देने का काम करता है।.
   चीकू में विटामिन-ए और बी अच्छी मात्रा पाया जाता है जो कैंसर के खतरे से बचाते है। इसमें एंटीआक्सिडेंट, आहारी रेशे कैंसर कोशिकाओं को बनने से रोकते हैं। यह हड्डियों को मजबूत बनाता है क्योंकि इसमें कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन पाया जाता है। यह कब्ज से राहत देता है। इसमें एंटी-वायरल, रोगाणुरोधी गुण पाए जाते हैं। यह फल दिमाग को शांत रखने में बहुत मदद करता है और तनाव को कम करता है। चीकू को दूध के साथ उपयोग किया जाता है तो अधिक लाभकारी माना जाता है। चीकू आसानी से पच जाता है। यह शरीर से गंदगी को दूर करता है।

 चीकू में विटामिन-ए आंखों आंखो की रोशनी बढ़ती है। उम्र बढऩे पर आंखों में आने वाली तकलीफों से बचाता है। चीकू का मिल्क शेक अधिक ऊर्जा प्रदान करता है। यह सूजन कम करता है।  इसका टैनीन सूजन कम करता है, पाचन को ठीक करता है, पेट की समस्याओं से निजात दिलाता है। यह फेफड़े और मुख कैंसर से बचाता है।
 जिन लोगों में अपची की समस्या होती है उनके लिए चीकू शेक लाभकारी है। यह शरीर के विभिन्न प्रकार के इंफेक्शन से सुरक्षा प्रदान करता है।  गर्भावस्था के दौरान बहुत लाभदायक होता है।स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए भी विशेष लाभकारी होता है। चक्कर और जी मचलाने से भी बचाव करता है। यह बवासीर और चोट के कारण बहने वाले रक्त को रोकता है। चीकू का पेस्ट को कीड़ा काटने की जगह लगाया जाता है।
चीकू त्वचा का रंग निखरता है साथ ही त्वचा की नमी भी बरकरार रहती है।

चीकू एक ऐसा फल है जो हर मौसम में आसानी से मिल जाता है और बहुत स्वादिष्ट भी होता है। भोजन के बाद यदि चीकू का सेवन किया जाए तो यह निश्चित रूप से लाभ प्रदान करता है। चीकू के फल में 71 प्रतिशत पानी, 14 प्रतिशत शर्करा भी होती है। इसमें फास्फोरस तथा लौह भी काफी मात्रा में होता है और क्षार का भी कुछ अंश होता है। यह कब्ज, दस्त, और एनिमिया जैसी बीमारियों से बचाता है, आंतों की शक्ति बढ़ाने, हृदय और गुर्दे के रोगों में लाभकारी है। चीकू में कैल्शियम फास्फोरस और आयरन की अतिरिक्त मात्रा पायी जाती है, जो हड्डियों के लिए आवश्यक होती है। हड्डियों को बढऩे और मजबूती देने में चीकू बहुत लाभ दायक होता है। चीकू के फल के बीज को पीस का खाने से गुर्दे की पथरी को द्वारा पेशाब निकाल देता है। गुर्दे के रोगों के से भी बचाता है। चीकू वजन घटाने में बहुत लाभ दायक होता है। यह पाचन तंत्र को मजबूत कर मोटापे से बचाता है। यह दांत के रोगों में लाभकारी है वहीं त्वचा चमकदार बनती है। विटामिन-ई  त्वचा को नमी देते है। बालों के लिए गुणकारी, बालों को झडऩे से रोकता है।
  चीकू झुर्रियों को कम कर देता है। चीकू के बीज लाभप्रद होते हैं। इसमें मधुमेह रोधी एंटी-आक्सिडेंट के गुण पाए जाते हैं। नमक डालकर खाने से कब्ज दूर हो जाती है। चीकू के पत्तों को पानी में गर्म करके उसके बाद पत्तों को निकाल पानी को पीने और इससे गरारे करने से रोगों में लाभ होता है। यह खून की कमी को दूर करता है। यह खांसी और जुकाम के लिए भी बहुत लाभकारी है। 
    चीकू का पेस्ट फल और पौधों को फफूंद लगने से बचाता है। पोटैशियम अधिक होने से रक्तचाप कम करता है।  मधुमक्खी, भिर्ड, ततैया काटने पर इसके बीजों का पेस्ट लगाया जा सकता है। तेल सिर में लगाने से बालों का रूखापन चला जाता है।
बच्चों के लिए बहुत ही फायदेमंद है। जो बच्चे छोटी उम्र के हैं उनको चीकू देने से एलर्जी नहीं होता है। यह सभी बच्चों के लिए सुरक्षित है। यह बच्चों की आंखों के लिए तथा प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाता है। यह बच्चों के हड्डियों को भी मजबूत करता है।यह डायरिया जैसी बीमारियों को ठीक करने में भी मदद करता है। चीकू में बहुत अच्छी मात्रा में पोषक तत्व होते हैं लेकिन इसको खाने से कुछ हानियां भी हो सकती है।
    ज्यादा चीकू खाने से वजन बढ़ता है। अधिक खाने से पेट दर्द भी हो सकता है। कच्चे चीकू खाने से गले में खराश हो सकती है।












**होशियार सिंह, लेखक,कनीना,हरियाणा**


No comments: