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Friday, March 6, 2020

















हींस
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कैंथर
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 जंगली कैपर-झाड़ी
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हेज कैपर
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 कैपरिस सेपियारिया
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हींस कैपरिस(कैर) परिवार में एक फूल वाला पौधा है। यह अक्सर झाड़ीनुमा होता है किंतु कभी कभी वृक्ष भी बन जाता हे। धरती पर फैला होता है जो जीव जंतुओं को शरण देता है। बहुत से जंतु, सरीसप एवं स्तनधारी इसमें छुपे रहते हैं। चूंकि यह कंटीला पौधा होता है ऐसे में इस झाड़ी में छुपने के बाद कोई जीव उसे नुकसान नहीं पहुंचा सकता है।
   ये पौधे झाड़ी रूप में होते हैं ये सामूहिक रूप से कैपर झाडिय़ों के रूप में जाना जाता है। कैपारिस प्रजाति बहुत कम पानी में भी जीवन यापन कर सकती है। तना एवं टहनी सभी हरे रंग के होते हैं जो प्रकाश संश्लेषण के काम आते हैं। निवास की एक विस्तृत श्रृंखला से अधिक होता है।
  कैपरिस सेपियारिया एक कांटेदार झाड़ीदार पौधा है जिसमें टहनियां कांटेदार होती हैं। इस पौधे का तन टेढ़ा मेढा होता है।  परंपरागत रूप कैपरिस सेपियारिया का उपयोग रक्त शोधक, पेट, टानिक और भूख बढ़ाने के रूप में किया जाता है। यह फूल, पत्तियों और जड़ों का उपयोग खांसी और विषाक्तता में किया जाता है और जुड़ पाउडर का उपयोग सर्पदंश के इलाज के लिए भी किया जाता है। यह पौधा कैर टींट, पीचू कुल के करीबी है। यह त्वचा रोगों, कैंसर, सूजन और मांसपेशियों के रोगों के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है।
  कैपरिस सेपियारिया की पत्तियों का औषधीय उपयोग होता है।  इस पौधे के हवाई भागों का अर्क की मधुमेह विरोधी होता है। इसके पत्ताों पर ाोध अभी जारी है। यह पाचन संबंधी विकार, अस्थमा, खांसी, सर्दी, सूजन आदि कई रोगों में इस्तेमाल किया जाता है।
 इसके पत्तों में रासायन पाए जाते हैं। इसके पत्तों में शर्करा,  स्टेरॉयड, टैनिन, अल्कलाइड, मसूड़ों, रेजिन, एमिनो एसिड, प्रोटीन आदि को कम करने की उपस्थिति का पता चला। इसके तने एवं पत्तों के अर्क में जीवाणु विरोधी गुण पाया जाता है। यह  कृमिनाशक होता है। ििवााक्तता के गुण भी पाए जाते हैं। हींस एक बहुत शाखित, कठोर लकड़ी वाली झाड़ी है जिसकी पत्तियां छोटी होती हैं। अक्टूबर में फूल और फलने का समय होता है।
 हींस पौधे में पानी, प्रोटीन ,वसा, कार्बोहाइड्रेट, रेशे आदि पाए जाते हैं। हींस का पौधा सदाबहार, अति शाखित, झाड़ी, बदसूरत ,खुरदरी छाल, भीतरी छाल का पीला लाल, टहनियां छोटी-छोटी बालों वाली हो सकती हैं। पत्तियां  सरल और संपूर्ण रूप से व्यवस्थित होती हैं।
    यह द्विबीजपत्री पौधा होता है तथा मूसला जड़े पाई जाती हैं। सफेद फूल खिलते हैं। ये फूल फूल उभयलिंगी, फूल के हरे डंठल पाए जाते हैं तथा बाहृ दलपुंज नाव के आकार का, पंखुडिय़ा सफेद या गुलाबी, सफेद रंग का पुंकेशर, अंडाशय बेहतरलंबा होता है।

   फल एक डंठल युक्त, हरे रंग का होता है जो बाद में लाल पीले हो जाते हैं जिन्हें बेरी कहा जाता है। ये चिकना, लाल से गहरे बैंगनी, रसदार, नारंगी से लाल रंग का गूदा, फल में अक्सर दो बीज , गुर्दे के आकार का लंबा एवं भूरे रंग का होता है।
   हींस की करीब 250 प्रजातियां पाई जाती हैं। रेगिस्तानी क्षेत्रों में भी पाया जाता है। यह हेज का काम करता है। सउ़क के किनारे, जंगलों में खूब संख्या में मिलता है। यह पूरे ही जग में पाया जाता है।  अफ्रीका में पारंपरिक चिकित्सा में उपयोग किया जाता है। इनमें से कुछ अपने खाद्य फलों या मसालों के लिए अधिक महत्वपूर्ण हैं।
हींस  की जड़ के पाउडर को एंथ्रेक्स और कैंसर के इलाज के लिए दलिया या चाय के रूप में लिया जाता है। जड़ की छाल का उपयोग बुखार और पेट की शिकायतों के खिलाफ किया जाता है। जड़ के काढ़े में छाती में दर्द का इलाज किया जाता है। पशुओं को पित्ताशय की समस्याओं के इलाज के लिए दिया जाता है। जड़ पाउडर का उपयोग घावों में किया जाता है। जड़ों को दांत दर्द को दूर करने के लिए चबाया जाता है। हींस का फल को कामोद्दीपक माना जाता है। हींस का उपयोग बुखार, यकृत विकारों और दस्त, और परिवर्तनकारी और टॉनिक के रूप में किया जाता है।
पत्तियों को कभी-कभी सूप में सब्जी के रूप में खाया जाता है। पत्तियों और फूलों का उपयोग सास बनाने में किया जाता है। फल खाने योग्य होते हैं। फल की त्वचा कड़वी होती है। युवा फलों को कभी-कभी सूप में पकाया जाता है। हींस के फलों और बीजों को खाया जाता है और इसे मसाला के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। लकड़ी जलाऊ लकड़ी का काम करती है। बकरी पत्ते को खाती हैं।
  इस पौधे की ताजा जड़ों और अदरक का पेस्ट बाहरी रूप से बच्चों में कण्ठमाला को ठीक करने के लिए लगाया जाता है। कान का दर्द दूर करने के लिए जड़ों का रस कान में डाला जाता है। सिरदर्द को ठीक करने के लिए जड़ का पाउडर माथे पर लगाया जाता है। पत्तियों के काढ़े के साथ स्नान त्वचा रोगों को ठीक करने में मदद करता है।
 हींस मुख्य रूप से फल के लिए उपयोग किया जाता है, जो सूक्ष्म पोषक तत्वों में समृद्ध हैं। यह सब्जी मसाला के रूप में, व्यापक रूप से अचार के रूप में उपयोग किया जाता है। कैर का उपयोग खाना पकाने के लिए भी किया जाता है।
 हींस मिट्टी के कटाव को रोक सकते हैं और कृषि भूमि को संरक्षित कर सकते हैं। इसके फलों को पक्षी प्रयोग करते हैं। हींस के फल और बीज कई पक्षियों और अन्य जानवरों के लिए उपयोगी हैं।
हींस का फल पेट की बीमारियों के लिए उपयोगी होता है। इस पौधे से पशुओं के पेट की कई बीमारियां दूर की जाती हैं। खेतों में बाड़ का काम करता है वहीं मिट्टी कटाव को रोकता है। यह कांटेदार झाड़ी होती है जिसे बकरी बड़े चाव से खाती है। सूखे क्षेत्रों में यह उपयोगी झाड़ी है।
**होशियार सिंह, लेखक,कनीना,हरियाणा**

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