चौलावा
(अमरंथस स्पाइनोसस)
चौलाई से मिलता जुलता
खेतों में उगता एक शाक
अमेरिका से फैल गया है
तेजी से फैल जमाता धाक,
स्पाइनी, प्रिकी व थोरनी
अमरंथस इसके ही नाम
चावल में बन खरपतवार
उनको कर देता है बेदाम,
पिग विड परिवार का है
भोजन के रूप में खाते हैं
18 प्रकार के अमल मिले
शरीर को रोग से बचाते हैं,
हरे रंग की डाई बनती है
टूटी हड्डी में काम आता
आंतरिक घाव भर देता है
हैजा रोग से इंसान बचाता,
जड़ इसकी माहवार बढ़ाए
महिला ब्रेस्ट में दूध बढाता
गनोरिया, त्वचा के रोग हो
कई बीमारियों को घटाता,
जड़, बीज, तना और पत्ते
कितने ही रोगों में काम के
मूत्र विकार,पेट की बीमारी
इसके आगे लगते नाम के,
गर्भपात को प्रेरित करता है
बुखार, कैंसर, पेट अलसर
पेट की कई बीमारी हो जा
अमरंथस उनको लेता है हर,
कितने ही रोगों को दूर करे
अपार मात्रा में मिलता तैयार
तोड़कर ले आओ घर में तो
बढ़ जाएगा परिवार में प्यार,
पशु पक्षी इसको खा जाते
फिर भी हजारों फूल खिले
कांटेदार फल, बीज आते हैं
बंजर भूमि पर खड़ा मिले।।
***होशियार सिंह, लेखक, कनीना*******
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