फराश
(टमारिक्स एफिला)
मानव की भूख बढ़ी जब
कर दिया प्रकृति विनाश
दिनोंदिन कठिन हो गया
शुद्ध हवा में लेना सांस,
प्रकृति को शुुद्ध बनाता है
आग रोकता पौधा फराश
खत्म किया इसका जीवन
होने लगा जग में उपहास,
एथेनपाइन, एथेनट्री जैसे
सदाबहार ये पेड़ कहलाए
पत्ते इस पर नहीं मिलते हैं
अत: ये एफिलो कहलाए,
नम आद्र्र जगह पर मिलते
देश विदेश में नाम कमाए
फूल आते बीज भी बनते
खार से ये प्रतिरोध जताए,
अति कठिन इसको जलाना
नमक की मात्रा पाई जाए
छांव देने में अग्रणी होता है
आग रोकने को इसे लगाए,
मिट्टी कटाव को ये रोकते
चारकोल,लकड़ी, टेनीन दे
एंटी आक्सिडेंट प्रदान करे
कभी तो इसका सहारा ले,
लपसी बनाकर इसे खाते हैं
ड्रिंक बनाकर इसे पीते हैं
कितने जीव इस पर रहते
ये लोगों को सहारा देते हैं,
बचा लो इन पेड़ पौधों को
वरना जन तबाह हो जाएगा
सोच समझकर कदम बढ़ा
नहीं लौट कर वक्त आएगा।
***** होशियार सिंह, लेखक, कनीना**
(टमारिक्स एफिला)
मानव की भूख बढ़ी जब
कर दिया प्रकृति विनाश
दिनोंदिन कठिन हो गया
शुद्ध हवा में लेना सांस,
प्रकृति को शुुद्ध बनाता है
आग रोकता पौधा फराश
खत्म किया इसका जीवन
होने लगा जग में उपहास,
एथेनपाइन, एथेनट्री जैसे
सदाबहार ये पेड़ कहलाए
पत्ते इस पर नहीं मिलते हैं
अत: ये एफिलो कहलाए,
नम आद्र्र जगह पर मिलते
देश विदेश में नाम कमाए
फूल आते बीज भी बनते
खार से ये प्रतिरोध जताए,
अति कठिन इसको जलाना
नमक की मात्रा पाई जाए
छांव देने में अग्रणी होता है
आग रोकने को इसे लगाए,
मिट्टी कटाव को ये रोकते
चारकोल,लकड़ी, टेनीन दे
एंटी आक्सिडेंट प्रदान करे
कभी तो इसका सहारा ले,
लपसी बनाकर इसे खाते हैं
ड्रिंक बनाकर इसे पीते हैं
कितने जीव इस पर रहते
ये लोगों को सहारा देते हैं,
बचा लो इन पेड़ पौधों को
वरना जन तबाह हो जाएगा
सोच समझकर कदम बढ़ा
नहीं लौट कर वक्त आएगा।
***** होशियार सिंह, लेखक, कनीना**
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