केली
(कैना इंडिका)
केला की बहन कहलाती
हर जगह खुद उग जाती
बागों की सुंदरता बढ़ाती
विश्व में कैना नाम कहाती,
सबसे अधिक स्टार्च मिले
लाल, संतरी व पीले फूल
गन्ने से मिलता जुलता खूब
बाग बगीचों में चाटती धूल,
मूलाभास इसमें एक मिलता
स्टार्च जिसमें है भरा मिलता
गर्मी में इस पर फूल खिले
पवन में तना स्वतंत्र हिलता,
तने से इसकी बनाए सब्जी
पत्तों से चारा बनाया जाता
बीज अति काले रंग के होते
आभूषण माला में गूंथा जाता,
वाद्य यंत्रों में बीज काम आए
शराब इससे ही बनाया जाए
पत्ते से इसकी बनता कागज
बीज रंग बनाने में काम आए,
पत्ते की धुआं होती कीटरोधी
कीटों को भगाने के काम आए
प्रदूषण के प्रति रोधी पौधा है
अवांछनीय पदार्थ हटाए जाए,
थाइलैंड में फादर्स डे मनता
मांग होती बड़ी इन फूलों की
आधा ही नर इसमें मिलता है
क्या अजीब शान है फूलों की,
घर गमलों में या बागों में मिले
हरा भरा होता यह एक शाक
दवाओं में काम आता है कैना
जब इसकी बन जाती है राख।
****होशियार सिंह, लेखक, कनीना**
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