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Friday, June 20, 2014

बांसल/ तिलवन


               बांसल/ तिलवन
          (क्लियोम या गियांडरोपसिस गियांडरा)
अफ्रीका की एक शाक
              फैल चुकी है पूरे जग में
सोना या अफ्रीकन गोभी
             कई नाम से पुकारे जग में,
एक वर्षीय शाक होती है
             ये अफ्रीकन स्पाइडर फूल
पत्ते विटामिन से भरे हुए
               बांसल चाटता रहता धूल,
शानदार फूलों लगते यहां
             छूने पर आती रहती बदबू
पत्ते पकाकर खाते हैं जन
             इसमें नहीं मिलती खुशबू,
पत्ते, जड़, बीज हैं उपयोगी
                 आचार इसका बनाया जाए
मरास्मस का रोग दूर करता
               आंख रोग में जन को हंसाए,
आंत का रोग, सांस का रोग
             खासी, रक्त की कमी हो रोग
बहु उपयोगी खरपतवार यह
             इसके पत्ते व जड़ को खाए,
जीवाणु को मार डालता है
             पीड़ा का करता यह शमन
कई रोगों में यह काम आए
             कफ का कर देता है दमन,
सर्दियों में यह पौधा मिलता
             हरा भरा खड़ा नजर आता
किसान के लिए खरपतवार



               मक्खी कीट को दूर भगाता।
**होशियार सिंह, लेखक, कनीना**

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