आंवला
(फाइलंथस इंबलिका)(इंबलिका ओफसिनालिस)
प्रकृति का अनोखा पौधा
पूजा जाता है पूरे जहां में
अमृत समान फल होता है
मिलता हर घर मकान में,
पीले हरे फूल खिलते सदा
शिशिर ऋतु यह पक जाता
अजीबों गरीब फल लगता
गर्मी में इस पर फूल आता,
छह धारी फल पर मिलती
आंवला एकादशी पूजा हो
जीवन में बहार ला देता है
फल नहीं जग में दूजा हो,
पत्ते, फल जलन मिटाते हैं
कैंसर और गुर्दे रोग भगाते
गठिया, हड्डी रोग करे दूर
शुगर के मरीज को हंसाते,
कोलस्ट्रोल खून में बढ़ता
इंडियन गूजबेरी को खाए
तीनों दोषों को दूर करता
दमा, खून को साफ करता
खासी घटाए, रोग भगाता
दिल की शक्ति को बढ़ाता,
आंखों की रोशनी बढाता
बालों का झडऩा भी घटाता
बुद्धि को बढ़ाने में सहायक
अचार, मुरब्बा जग हंसाता,
विभिन्न रूपों में फल खाते
तेल और शैंपू इससे बनाते
हेपेटाइटिस में उपयोगी है
तनाव व बुखार को घटाते,
खून की कोशिका बढ़ाता
आंतों को साफ कर जाता
मूत्र में जब दर्द कोई पाए
आंवला फल दूर भगाता,
आंतरिक खून को रोकता
दांतों के मसूडा ठीक करे
फेफड़ों के रोग दूर करता
खून की कमी को दूर करे,
बदहजमी का रोग लगता
आंवले का चूर्ण काम का
कई देशों में यह मिलता है
थोड़ा थोड़ा रस पीते रह तो
मानव का सुंदर तन खिलता।
***होशियार सिंह, लेखक, कनीना**
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