विलायती आक
(आइपोमिया कारनी)
नदी, नाले, जोहड़ किनारे
खड़ा मिले पौधा एक हरा
बहुवर्षीय यह कहलाता है
इंसान रहे इससे डरा-डरा,
पिंक मार्निंग ग्लोरी कहाए
लंबे हरे पत्ते दिल को भाए
बड़े गुलाबी फूल खिलते हैं
देख-देख इसको जन हंसाए,
जहरीला होता है यह आक
अज्ञानता वश प्रयोग न करना
शरीर से बाहर प्रयोग कर लो
खाने में कभी प्रयोग न करना,
सूख जाए तो बन जाता ईंधन
पेपर बनाने में आता यह काम
उप-शामक के भी आता काम
देश विदेश में इसका होता नाम,
जूस त्वचा रोगों में है उपयोगी
घावों को झटपट यह भर देता
जलन शरीर की दूर कर देता है
फंगस, जीवाणु को दूर कर देता,
कैंसर में भी यह काम आता है
राख त्वचा रोग में काम आती है
पानी के टैंक को साफ करता है
इसमें बदबू दूर से आती रहती है।
***होशियार सिंह, लेखक, कनीना**
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