खरींटी
(सिडा कोर्डिफोलिया)
कपास कुल का एक पौधा
'बाला नाम से जाना जाता
पूरे वर्षभर खड़ा मिलता है
कई रोगों में यह काम आता,
वात, पित, कफ दूर करता
पीले फूलों से यह लद जाता
पत्ते खूनी बवासीर दूर करे
शरीर में यह जान भर जाता,
तंत्रिका तंत्र,परिसंचरण तंत्र
मूत्र तंत्र को करता है दुरुस्त
गठिया, गनोरिया में काम का
तेल इसका रखता है मदमस्त,
पत्ते बुखार में काम आते हैं
शारीरिक कमी को करता दूर
जोड़ दर्द में भी तेल लगाते हैं,
कई प्रकार के तेल बनाते हैं
जड़ बुखार रोग को दूर करे
भार कम करने में रामबाण
जलन शरीर की हो तेल हरे,
ग्रामीण क्षेत्रों में यह मशहूर
लड्डू इसके प्रसिद्ध जहां में
हृदय जैसे पत्ते लगते इस पर
स्फूर्ति भर देती मन प्राण में,
जंगल में मिलती झाड़ीनुमा
देशी झाडू़ भी बनाए जाते
सर्दी में भी खड़ी मिलती है
गर्मी में इस पर फूल आते,
शारीरिक कमजोरी हो ठीक
आयुर्वेद में भी जाना जाए
पंसारी की दुकान पर मिले
प्रयोग करे जन को हंसाए।।
**होशियार सिंह, लेखक, कनीना*
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