बील
(इगेल मार्मेलोस)
भारत देश की उत्पत्ति
पवित्र पौधा कहलाए
तीन पत्ते साथ लगते हैं
ज्यों त्रिदेव ये कहलाए,
बिलवा नाम से प्रसिद्ध
11 माह में पकता फल
पीला पल्प मिले इसमें
कई रोगों का यह हल,
पकने पर खाया जाता
जूस बनाकर पीते खूब
हरे पत्ते सलाद का रूप
भूख वृद्धि करे ये खूब,
साइनोसाइटिस व टीबी
पेट की बीमारी, मोटापा
कई रोगों में रामबाण है
सभी पीते राम व धापा,
मूत्र रोग दूर करता यह
खून के रोग करता है दूर
कान दर्द में जड़ काम की
स्कर्वी रोग को करता चूर,
सांस रोग हो या गुर्दे के
शूगर, मलेरिया करता दूर
लिवर की बीमारी कभी
मलेरिया को कर देता चूर,
शरीर में ऊर्जा का साधन
बदहजमी को कर दे चूर
मोटापा और टीबी भगाए
कई रोगों को कर दे दूर,
गैस बनती हो अगर कभी
नहीं चाहिए करे इसे प्रयोग
बचकर रहना चाहिए जब
शरीर में एलर्जी का हो रोग।
*होशियार सिंह, लेखक, कनीना, हरियाणा, भारत*
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