पत्थर चट
अफ्रीका की यह उत्पत्ति
पत्थर चट कहलाता सदा
ब्रायोफिलम जीनस इसका
गमलों में मिलता यदा कदा,
कम पानी में रह सकता यह
पत्तियों से जनन कर लेता है
पत्थर पर भी अगर उग जाए
पत्थरों पर जीवन पा लेता है,
अजीबोगरीब यह पौधा होता
कभी न हो इसका जीवन अंत
घरेलू रोगों का उपचार करता
ये अद्भुत नुसखे बतलाते संत,
घरों में खड़ा यह शोभा देता है
बीजों का कभी नहीं दे उपहार
इसके पत्तों का नित्य सेवन से
नहीं हो सके रोगों से कभी हार,
पत्थरी जब कभी गुर्दे में हो जाए
ब्रायोफिलम पत्तों का सेवन करते
खून संचरण, ब्लड शूगर रोगों में
मायरेक्ल लीफ प्लांंट याद करते,
पत्थर को जब यह चट कर जाए
शरीर की पत्थरी को नहीं छोड़ेगा
देखने में लगे यह सीधा सादा यह
प्रयोग से खून सदा नशों में दौड़ेगा,
सर्दी जुकाम लग जाए घर में जब
ब्रायोफिलम से किया जाए इलाज
कितने ही रोगों में काम आता यह
इसलिए दिलों पर सदा करता राज।
*****होशियार सिंह, लेखक, कनीना**
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