प्याज
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एलियम सेपा
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प्याज ऐसी सब्जी है जिसका कंद प्रयोग किया जाता है। साल में दो बार उगाई जाती है। प्याज बहुत पुराने समय से उगाई जा रही है। पूरे संसार के करीब 150 देश इसको प्रयोग करते हैं। इसे वैज्ञानिक भाषा में एलियम सेपा नाम से जाना जाता है। 1998 में भारत में सरकार गिराने में भी इसका अहम रोल था। प्याज के अंदर पत्ते भोजन इकट्ठा करते और फूल जाते हैं इसलिए प्याज का जो भाग खाया जाता है वे पत्ते होते हैं। प्याज एक शल्ककंद हैं। इसका स्वाद तीखा होता है।
प्याज में उसको कच्चा, सब्जी में तथा विभिन्न रूपों में प्रयोग किया जाता है। प्याज कंद में विटामिन-सी, कैल्शियम, लोहा पाया जाता है। यह बलवर्धक, कामोत्तेजक, तेज, तीखा स्वाद, स्वादवर्धक के अतिरिक्त महिलाओं में रक्तवर्धक, भूख बढ़ाने वाला, कंद होता है। यह पित्त रोग ,शरीर दर्द, बवासीर, फोड़ा फुंसी में, मलेरिया जैसे अनेक रोगों के इलाज में काम आता है। अनिद्रा निवारक, चक्कर आने में भी उपयोगी, कीड़ा काटने के बाद जलन शांत करने में जैसे मधुमक्खी, भीड़ ततैया काटने पर जलन को शांत करने में प्याज का रस काम आता है। प्याज के पत्ते प्रयोग में लाए जाते हैं। प्याज अनेकों रोगों के इलाज में काम आती है। प्याज लाल, सफेद, पीली तथा कई अन्य रंगों में मिलती है।
प्याज,खाज और ब्याज की जिसको लत पड़ गई है वह इनके बगैर नहीं रह सकता। प्याज कुछ लोग इसलिए नहीं प्रयोग करते कि यह बदबू प्रदान करती है। लेकिन सलाद का राजा भी प्याज ही है।प्याज का हर भाग काम आता है।
**होशियार सिंह, लेखक,कनीना,महेंद्रगढ़, हरियाणा**
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